यहाँ तेल अवीव (Tel Aviv) से जुड़ी ताज़ा खबरों का गहराई से विश्लेषण और विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया है, जो 13 जून 2025 को हुए ईरान-इज़राइल संघर्ष की पृष्ठभूमि में है। यह एक ऐसा संकट है जो न सिर्फ मिडिल ईस्ट बल्कि पूरे विश्व की राजनीति और सुरक्षा पर असर डाल रहा है।
📍 Tel Aviv पर हमला – पूरी घटना का क्रमवार विवरण
🔴 1. हमला कैसे हुआ?
13 जून 2025 की देर शाम को तेल अवीव, यरूशलेम और अन्य इज़राइली शहरों में अचानक एयर रेड सायरन बजने लगे। लोग घरों से बाहर दौड़ने लगे और बम शेल्टर्स की ओर भागने लगे।
- ईरान ने “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस III” (True Promise III) के तहत यह हमला किया।
- इस हमले में 150 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें और 100 से ज्यादा ड्रोन शामिल थे, जो इज़राइल के महत्वपूर्ण सैन्य और शहरी इलाकों को निशाना बना रहे थे।
- तेल अवीव के मध्य भाग में कम से कम तीन बड़ी इमारतें प्रभावित हुईं, कई रिहायशी फ्लैट्स जलकर खाक हो गए और सैकड़ों लोग घायल हो गए।
📸 चश्मदीदों की गवाही:
- “मैंने ऐसा हमला कभी नहीं देखा,” – एक स्थानीय निवासी रॉन लेवी ने कहा।
- “पहले सायरन बजा, फिर 2 मिनट में जोरदार धमाके… हम सब बंकर की तरफ भागे।”
🔁 ईरान ने क्यों किया यह हमला?
ईरान का यह हमला इज़राइल की एयर स्ट्राइक के जवाब में था। 12 जून को इज़राइल ने तेहरान के पास ईरानी सेना की एक न्यूक्लियर फैसिलिटी को निशाना बनाकर हमला किया था।
- इज़राइल का यह ऑपरेशन “राइजिंग लायन” (Rising Lion) के नाम से चलाया गया था।
- इसमें ईरानी सैन्य कमांड सेंटर, मिसाइल डिपो और एक कथित यूरेनियम संवर्धन स्थल को नष्ट करने का दावा किया गया।
ईरान के धार्मिक नेता अयातुल्ला खामेनेई ने कहा –
“हम इज़राइल को उसका हर जुर्म चुकता कराएंगे।”
⚠️ तेल अवीव की वर्तमान स्थिति
🔧 बुनियादी सेवाओं पर असर:
- बिजली और इंटरनेट सेवा में रुकावट आई है।
- इमरजेंसी सेवाएं जैसे फायर ब्रिगेड, मेडिकल टीम और पुलिस बल चौकन्ना हैं।
- कई इंटरनेशनल उड़ानें रद्द कर दी गई हैं और बेन-गुरियन इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Tel Aviv Airport) पर सुरक्षा को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
🏥 हताहतों की जानकारी:
- 3 नागरिकों की मौत की पुष्टि हुई है।
- 90+ लोग घायल हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर है।
- एक स्कूल की बिल्डिंग भी क्षतिग्रस्त हुई, लेकिन समय रहते बच्चों को बाहर निकाल लिया गया।
🌐 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
🕊️ शांति की अपील:
- संयुक्त राष्ट्र (UN) ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।
- अमेरिका, यूरोपियन यूनियन और रूस सहित कई देशों ने मध्यस्थता की पेशकश की है।
- पोप फ्रांसिस ने कहा – “यह लड़ाई निर्दोषों की जान ले रही है, इसे तुरंत रोका जाए।”
📊 विश्लेषण – आगे क्या हो सकता है?
संभावित स्थिति | विवरण |
---|---|
🔥 युद्ध का विस्तार | हमले की तीव्रता देखकर आशंका है कि यह सीरिया, लेबनान, और खाड़ी देशों तक फैल सकता है। |
🛑 कूटनीतिक प्रयास | अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र पीछे हटने की बजाय सक्रिय कूटनीतिक प्रयास शुरू कर सकते हैं। |
🛢️ वैश्विक अर्थव्यवस्था पर असर | तेल की कीमतें बढ़ रही हैं, अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में अस्थिरता है। |
🔚 निष्कर्ष:
Tel Aviv इन दिनों एक ऐसे संकट के केंद्र में है जो केवल मिसाइलों या हथियारों की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह एक राजनीतिक, सैन्य और मानवीय त्रासदी बनती जा रही है।
- आम नागरिक इस झगड़े में सबसे ज़्यादा पीड़ित हो रहे हैं।
- वैश्विक समुदाय की जिम्मेदारी है कि वह सिर्फ निंदा तक सीमित न रहे, बल्कि एक स्थायी शांति समाधान की दिशा में ठोस पहल करे।